दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
सीएम रेखा गुप्ता का जन्म 19 जुलाई 1974 को हरियाणा के जींद जिले के जुलाना में एक हिंदू बनिया परिवार में हुआ। उनके पिता जयभगवान स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर थे, और 1976 में नौकरी के सिलसिले में उनका परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया। CM Rekha Gupta की पूरी शिक्षा दिल्ली में ही हुई। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज से कॉमर्स में स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद, उन्होंने मैनेजमेंट और आर्ट्स में एडवांस डिग्री प्राप्त की और 2022 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से एलएलबी की डिग्री पूरी की। उनकी शैक्षिक पृष्ठभूमि ने उन्हें कानूनी और प्रशासनिक क्षेत्र में मजबूत आधार प्रदान किया, जो बाद में उनके राजनीतिक करियर में बेहद उपयोगी साबित हुआ।
सीएम रेखा गुप्ता बचपन से ही सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में रुचि रखती थीं। उनकी विचारधारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से प्रभावित थी, जिसने उनके राजनीतिक जीवन की नींव रखी।
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दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता का राजनीतिक करियर की शुरुआत
CM Rekha Gupta ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत 1992 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से की, जो RSS से संबद्ध एक छात्र संगठन है। दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान, वह ABVP की सक्रिय सदस्य बनीं और अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया। 1995-96 में, सीएम रेखा गुप्ता दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की सचिव चुनी गईं, और 1996-97 में वह DUSU की अध्यक्ष बनीं। यह उपलब्धि उनके करियर का पहला बड़ा पड़ाव थी, जिसने उन्हें छात्र राजनीति में एक मजबूत चेहरा बनाया।
1996 में DUSU अध्यक्ष बनने के बाद, CM Rekha Gupta ने छात्रों के हित में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए, जिससे उनकी लोकप्रियता बढ़ी। उनकी संगठनात्मक क्षमता और नेतृत्व शैली ने उन्हें BJP के शीर्ष नेताओं का ध्यान आकर्षित किया।
दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता का BJP में प्रवेश और प्रारंभिक भूमिकाएँ
2002 में सीएम रेखा गुप्ता ने औपचारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी (BJP) जॉइन की। उन्होंने BJP की युवा शाखा, भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM), में सक्रिय रूप से काम शुरू किया। 2003-04 में वह BJYM की दिल्ली इकाई की सचिव रहीं और 2004-06 तक राष्ट्रीय सचिव के रूप में कार्य किया। इस दौरान, उन्होंने युवाओं को संगठित करने और पार्टी की नीतियों को जमीनी स्तर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
2007 में CM Rekha Gupta ने दिल्ली के पीतमपुरा (उत्तर) से पार्षद का चुनाव जीता और 2007-09 तक MCD में महिला कल्याण एवं बाल विकास समिति की अध्यक्ष रहीं। इस पद पर रहते हुए, उन्होंने महिलाओं और बच्चों के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं को लागू किया, जिसने उनकी छवि एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में और मजबूत की। 2009 में, वह दिल्ली BJP महिला मोर्चा की महासचिव बनीं और 2010 में BJP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य नियुक्त की गईं।
दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता का चुनावी चुनौतियाँ और असफलताएँ
सीएम रेखा गुप्ता का राजनीतिक सफर हमेशा आसान नहीं रहा। उन्होंने 2015 और 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में शालीमार बाग सीट से भाग लिया, लेकिन दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2015 में आम आदमी पार्टी (AAP) की वंदना कुमारी ने उन्हें लगभग 11,000 वोटों से हराया, जबकि 2020 में हार का अंतर 3,400 वोटों तक कम हो गया। इन असफलताओं के बावजूद, CM Rekha Gupta ने हार नहीं मानी और अपनी मेहनत और संगठनात्मक कौशल से पार्टी में अपनी स्थिति मजबूत की।
इन हारों ने सीएम रेखा गुप्ता को और अधिक दृढ़ संकल्पित बनाया। उन्होंने जमीनी स्तर पर काम करना जारी रखा, जिसका परिणाम 2025 के विधानसभा चुनाव में देखने को मिला।
दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता का 2025 विधानसभा चुनाव और ऐतिहासिक जीत
2025 का दिल्ली विधानसभा चुनाव CM Rekha Gupta के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। शालीमार बाग सीट से BJP के टिकट पर चुनाव लड़ते हुए, उन्होंने AAP की वंदना कुमारी को 68,200 वोटों के विशाल अंतर से हराया। इस जीत ने न केवल उनकी राजनीतिक क्षमता को साबित किया, बल्कि BJP को 27 साल बाद दिल्ली में सत्ता में लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
चुनाव के बाद, BJP विधायक दल की बैठक में सीएम रेखा गुप्ता को सर्वसम्मति से नेता चुना गया, और 20 फरवरी 2025 को उन्होंने रामलीला मैदान में दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना, और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। CM Rekha Gupta दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनीं, जिनसे पहले सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित, और आतिशी इस पद पर रह चुकी हैं।
दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता का मुख्यमंत्री के रूप में उपलब्धियाँ
सीएम रेखा गुप्ता ने अपने कार्यकाल के पहले 100 दिनों में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने दिल्ली की जनता के लिए बेहतर सेवाएँ प्रदान करने को अपनी प्राथमिकता बनाया। उनकी नीतियों में शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया। CM Rekha Gupta ने दिल्ली को स्वच्छ, सुरक्षित, और समृद्ध बनाने के लिए कई योजनाएँ शुरू कीं, जिनमें शामिल हैं:
- स्वच्छ दिल्ली अभियान: दिल्ली को कचरा-मुक्त और प्रदूषण-मुक्त बनाने के लिए विशेष पहल।
- महिला सशक्तिकरण योजनाएँ: महिलाओं के लिए रोजगार और शिक्षा के अवसर बढ़ाने पर जोर।
- कानूनी सुधार: उनकी कानूनी पृष्ठभूमि का उपयोग करते हुए, उन्होंने दिल्ली में प्रशासनिक प्रक्रियाओं को और पारदर्शी बनाया।
सीएम रेखा गुप्ता ने अपने कार्यकाल में सादगी का परिचय दिया। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के “शीश महल” (महंगे सरकारी आवास) में रहने से इनकार कर दिया और शालीमार बाग में अपने निजी आवास में रहना पसंद किया। उनकी यह सादगी और जनता के प्रति समर्पण ने उन्हें और अधिक लोकप्रिय बनाया।
दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता का निजी जीवन और परिवार
CM Rekha Gupta का विवाह 1998 में मनीष गुप्ता से हुआ, जो एक व्यवसायी हैं। उनका परिवार लगभग 50 वर्षों से दिल्ली में रह रहा है। सीएम रेखा गुप्ता के दो बच्चे हैं—बेटी हर्षिता, जो ऑस्ट्रेलिया में रहती हैं, और बेटा निकुंज। उनका परिवार शालीमार बाग के एपी ब्लॉक में रहता है। CM Rekha Gupta अपने पारिवारिक मूल्यों और सादगी के लिए जानी जाती हैं। वह अक्सर अपने पैतृक गाँव जुलाना और ससुराल बौंद (चरखी दादरी) में पारिवारिक कार्यक्रमों में शामिल होती हैं।
उनके पिता जयभगवान और माता का परिवार के प्रति समर्पण सीएम रेखा गुप्ता के जीवन में प्रेरणा का स्रोत रहा है। वह धार्मिक प्रवृत्ति की हैं और हरिद्वार में गंगा स्नान और ऋषिकेश में गंगा आरती में हिस्सा लेती हैं।
दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता का विवाद और चुनौतियाँ
CM Rekha Gupta का अब तक का राजनीतिक सफर विवादों से अपेक्षाकृत मुक्त रहा है। हालांकि, जून 2025 में उनके काफिले के साथ हरिद्वार में एक छोटा हादसा हुआ, जिसमें मीडिया की गाड़ियाँ आपस में टकरा गईं। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, और सीएम रेखा गुप्ता के कार्यालय ने स्पष्ट किया कि दोषी चालक उनके काफिले का हिस्सा नहीं था। इसके अलावा, जून 2025 में उन्हें एक धमकी भरा फोन कॉल भी मिला, जिसकी जाँच गाजियाबाद पुलिस ने की।
इन छोटी-मोटी घटनाओं के बावजूद, CM Rekha Gupta ने अपनी छवि एक गैर-विवादित और समर्पित नेता के रूप में बनाए रखी है।
सीएम रेखा गुप्ता की यात्रा एक साधारण परिवार से शुरू होकर दिल्ली की मुख्यमंत्री तक पहुंचने की कहानी है। उनकी मेहनत, समर्पण, और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें न केवल BJP में एक मजबूत स्थान दिलाया, बल्कि दिल्ली की जनता के बीच भी एक लोकप्रिय नेता बनाया। CM Rekha Gupta का जीवन युवाओं, खासकर महिलाओं, के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनकी नीतियाँ और प्रशासनिक फैसले दिल्ली को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का वादा करते हैं।